शाकाहारी होकर मांसाहारी रेस्तरां होटलों में भोजन क्यों करते हो?🤔

भारतवर्ष में जितने भी मेरे शाकाहारी भाई बहन हैं वह कैसे शाकाहारी होते हुए मांसाहारी प्रतिष्ठानों में भोजन कर सकते हैं? इस विषय को आज यहां पर आप सबसे चर्चा करना चाहूंगा| जो दिखने में तो बहुत सामान्य है लेकिन सामान्य रुप में अधिकांश शाकाहारियों के चरित्र से लगभग गायब है और ऐसी विचारधारा अंजाने में उन्हें मांसाहारी व्यक्ति में परिवर्तित कर रही है| यहां मैं सबको दोषी नहीं ठहरा रहा हूं| लेकिन मैं उन शाकाहारियों से प्रश्न पूछ रहा हूं कि अगर आप सही रूप में शाकाहारी हैं, मतलब की आप vegetarian हैं जिसमे आप मीट और अंडा भी नहीं खाते हैं| मैं ऐसे शाकाहारियों की बात कर रहा हूं| आप कैसे उन प्रतिष्ठानों में प्रवेश कर सकते हैं जहां के एक ही किचन में मीट और शाकाहार भोजन एकसाथ पकने के पश्चात टेबल पर परोसा जाता है? ऐसी जगहों से आप ऑनलाइन भोजन भी ऑर्डर करते हैं| कहना यह है: “शाकाहारी होते हुए केवल शाकाहार रेस्तरां से ही ऑर्डर या वहां जाकर भोजन क्यों नहीं करते हैं? मान लीजिए एक ठीक-ठाक अच्छा रेस्टोरेंट है| वहां पर वो intercontinental भोजन परोसते हैं| मतलब सब तरीके के भोजन एक ही जगह उपलब्ध होते ह...